Sunday, January 4, 2009

कब छुटही.........

हमारा शहर सिमगा रायपुर -बिलासपुर मुख्य मार्ग पर बसा हुआ है ,किसी भी तीज त्यौहार मे खुशियां मनाते और झांकियां निकालते इस मार्ग पर आने जाने वाले लोग हमारे शहर कि खुशियों का आनंद उठा सकते हैं कुछ इसी तरह का माहौल दशहरे की सुबह थी ,इस दिन यहां सुबह से ही मां दुर्गा के विर्सजन की खुब जोर शोर से तैयारी की जाती है जिसमे प्रमुख रुप से सांग निकाला जाता है जिसको देखने शहर एवं आस-पास के लोग भारी मात्रा मे यहां आते है !
खैर ............ अब मुद्दे पर आते है दशहरे के रोज खुशियां मनाते नाचते-गाते एक टोली मां दुर्गा के विर्सजन मे जा रही थी, की तेज रफ़्तार से आती हुई एक बस ने उस टोली मे नाच रहे एक 17 साल के लड्के को अपनी चपेट मे ले लिया जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गयी ,जिसके बाद से लोगो मे आक्रोश फ़ूट पडा और जोश के चलते उन लोगो ने बस मे आग लगा दी,बस फ़िर क्या था धीरे धीरे ये बात सारे नगर मे फ़ैल गयी और फ़िर प्रारंभ हुआ बस जलाने का सिलशिला और देखते ही देखते बारह बसों को आग के हवाले कर दिया गया ,जब ये सारे बस जलाये जा रहे थे तब सिमगा पुलिस मुकदर्शी बनकर तमाशा देख रही थी क्योंकी यहां पर्याप्त स्टाप नही है आनन -फ़ानन मे रायपुर जिला मुख्यालय से पुलिस बल भिजवाये गये लेकिन तब तक भीड अपना काम कर चुकी थी पुरे दिन चले इस ताडंव के बाद शाम को ये शहर बिल्कुल शांत हो गया था,लेकिन अब पुलिस सक्रिय हो चुकी थी और दुसरे दिन से चालू हुआ पुलिस का अभियान इस कांड मे शामिल लोगो पकडने का, इस प्रकरण मे लगभग तीन दर्जन लोगो की गिरफ़्तारी हुई और सभी लोग जेल भेज दिये गये !

जो लोग इस प्रकरण मे फ़से वो लोग अधिकांश गरीब तपके के लोग थे ,इनके जेल जाने के बाद उनके परिवार वालों ने वकीलो के और कचहरी के चक्कर लगाना चालू किया लेकिन मामला गभींर होने के कारण उनकी जमानत नही हो पायी साथ ही पुलिस ने मामले के अन्वेषण मे लंबा समय लगा दिया अब पुन: एक बार सभी के परिवार वालो को फ़िर एक आश जगी है लगभग तीन माह के बाद सुनने मे आया है की सिमगा पुलिस चालान तैयार कर चुकी है और उसे न्यायालय मे पेश करने वाली है ,बडे वकीलो का कहना है की चालान पेश होने के बाद जमानत होने की पूर्ण संभावना है !

1 comment:

P.N. Subramanian said...

छूटही छूटही अब ज़रा तो डारे रहें.

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